How To Answer The Question ‘What Do You Want To Become in Life ?' in Hindi

इस आर्टीकल में आपको  How To Answer The Question ‘What Do You Want To Become in Life ?' in Hindi  बताऊंगा 

 नए लक्ष्य बनाने वाले ज़्यादातर लोग यह सवाल पूछते हैं, “ठीक है, मैंने लक्ष्य चुन लिया है; अब इसे हासिल करने के लिए मुझे क्या करने की ज़रूरत है?” यह बुरा सवाल नहीं है, लेकिन यह वह पहला सवाल नहीं है, जो हमें पूछना चाहिए।

How To Answer The Question ‘What Do You Want To Become in Life ?' in Hindi


How To Answer The Question ‘What Do You Want To Become in life ?' in hindi 


 हमें तो सबसे पहले ख़ुद से यह पूछना चाहिए, “मुझे क्या बनने की ज़रूरत है?” आप शायद कुछ लोगों को जानते हैं, जो हर चीज़ सही करते दिखते हैं, लेकिन फिर भी अपने मनचाहे परिणाम हासिल नहीं कर पाते। ऐसा क्यों होता है? जिम रॉन ने मुझे यह सिद्धांत सिखाया था : “अगर आप ज़्यादा पाना चाहते हैं, तो आपको ज़्यादा बनना होता है। सफलता कोई ऐसी चीज़ नहीं है, जिसका आप पीछा करें। जिस चीज़ का आप पीछा करेंगे, वह आपको चकमा दे जाएगी; यह तो तितलियों के पीछे भागने जैसा होता है। सफलता तो ऐसी चीज़ है, जिसे आप अलग तरह के व्यक्ति बनकर आकर्षित करते हैं।” जब मैं उस दर्शन को समझ गया, तो वाह! इसने मेरे जीवन और व्यक्तिगत विकास में क्रांति कर दी। जब मैं कुँवारा था और शादी करना चाहता था, तो मैंने उन गुणों की लंबी सूची बनाई, जो मेरे लिए आदर्श महिला में होने चाहिए थे। मैंने एक जरनल के चालीस पन्नों में पूरे विस्तार से उसका वर्णन किया

How To Answer The Question ‘What Do You Want To Become in Life ?' in Hindi 

- उसका व्यक्तित्व, चरित्र, मुख्य विशेषताएँ, नज़रिये और जीवन दर्शन, यह भी कि वह किस तरह के परिवार से आएगी, उसकी सांस्कृतिक और शारीरिक संरचना, यहाँ तक कि उसके बालों का हुलिया भी। मैंने गहराई में लिखा कि हमारा जीवन कैसा होगा और हम एक साथ क्या करेंगे। इसके बाद अगर मैं सिर्फ़ यह सवाल पूछता, “मुझे इस तरह की लड़की खोजने और पाने के लिए क्या करना होगा?” तो मैं शायद अब भी तितलियों के पीछे दौड़ रहा होता। इसके बजाय मैंने उस सूची को देखकर यह सोचा कि क्या मुझमें ख़ुद ये विशेषताएँ हैं। क्या मुझमें वही गुण हैं, जिनकी मैं अपनी आदर्श महिला में उम्मीद कर रहा था? मैंने ख़ुद से पूछा, “इस जैसी महिला किस तरह के पुरुष की तलाश कर रही होगी? इस शानदार महिला को आकर्षित करने के लिए मुझे क्या बनने की ज़रूरत है?” मैंने चालीस और पन्ने लिख डाले, जिनमें मैंने उन सभी विशेषताओं, गुणों, व्यवहारों, नज़रियों और लक्षणों का वर्णन किया, जो मुझमें होने चाहिए थे। फिर मैं उन गुणों को हासिल करने के काम में जुट गया। जानते हैं क्या हुआ? यह कारगर रहा! मेरी पत्नी जॉर्जिया ठीक वैसी ही है, मानो वह मेरे जरनल में से निकली हो और मेरे सामने आकर खड़ी हो गई हो। वह हूबहू वैसी ही है, जैसा मैंने वर्णन किया था और माँगा था। कुंजी इस बारे में स्पष्ट होना था कि इतनी अच्छी महिला को आकर्षित करने के लिए मुझे क्या बनना होगा और फिर मुझे उस दिशा में मेहनत करने की ज़रूरत थी।

    आपका जीवन इस फ़ॉर्मूले पर आता है : आप → चयन + व्यवहार + आदत + संचित = लक्ष्य (निर्णय) (कार्य) (दोहराए गए कार्य) (समय)

इसीलिए यह पता लगाना अनिवार्य है कि कौन से व्यवहार लक्ष्य हासिल करने से आपको रोक रहे हैं और कौन से व्यवहार लक्ष्य हासिल करने में आपकी मदद करेंगे। आपके मन में यह मुग़ालता हो सकता है कि आपको अपनी सारी बुरी आदतें मालूम हैं, लेकिन मैं शर्त लगाता हूँ कि आप ग़लत हैं। इसीलिए निगरानी इतनी प्रभावी और महत्त्वपूर्ण होती है। मेरा मतलब है, देखिए, ईमानदारी से क्या आप जानते हैं कि आप हर दिन सचमुच कितने घंटे टीवी देखते हैं? आप न्यूज़ चैनलों पर कितने घंटे बिताते हैं या खेलों या स्टाइल नेटवर्क्स पर दूसरों के लक्ष्यों और उपलब्धियों की ख़बर रखते हैं? क्या आप जानते हैं कि आप दिन भर में सोडा के कितने कैन पी जाते हैं? या आप सोशल मीडिया को देखने में कंप्यूटर पर कितने घंटे ग़ैर-ज़रूरी “काम” करते हैं? जैसा मैंने पिछले अध्याय में ज़ोर दिया था, आपका पहला काम इस बारे में जागरूक बनना है कि आप कैसा व्यवहार कर रहे हैं? आप काम में कहाँ सोए हुए हैं और आपने एक अचेतन बुरी आदत डाल ली है, जो आपको भटका रही है?




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